गुरुवार, 2 नवंबर 2017

आत्मबल




कब तक 
माँ दुर्गा ही 
महिषासुर मर्दन करेंगी ?
कब तक 
राजा राम ही 
रावण से युद्ध करेंगे ?

यदि महिषासुर 
और दशानन 
हमारे भीतर की ही 
दशाएं हैं, 
तो हम अपनी लड़ाई 
खुद कब लड़ेंगे ?

सामर्थ्य और 
दायित्व बोध जो 
प्रसाद में पाया हमने 
कब उस आत्मबल से 
स्वयं अपने 
मन के क्लेश 
हरेंगे हम ?